धांधली का आरोप: टॉपर छात्र रह गए पीछे, हमेशा लडख़ड़ाते हुए पास होने वाले विद्यार्थियों ने आखिर कैसे मार ली बाजी


प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल द्वारा आयोजित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी परीक्षा में लगा धांधली का आरोप
देवास। जो विद्यार्थी कक्षाओं में हमेशा पीछे रहे, चार सालों का कोर्स चार से पाँच सालों में लडख़ड़ाते हुए पूरा किया, उन विद्यार्थियों ने अचानक से ऐसा कौन सा ज्ञान प्राप्त कर लिया कि उन्होंने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के पदों पर आयोजित परीक्षा में 100 में से 99 अंक हासिल कर लिए। ये आरोप बीएससी कृषि से स्नातक हो चुके उन विद्यार्थियों ने लगाया है जो हमेशा अच्छे नंबरों से पास होते आए हैं। ऐसे सभी विद्यार्थियों ने प्रदेश के सभी कृषि महाविद्यालयों के बाहर आंदोलन शुरू कर दिया है। आंदोलन के अंतर्गत कृषि छात्र संगठन द्वारा देवास विधायक, सांसद एवं कलेक्टर को इस संबंध में शनिवार को ज्ञापन सौंपा गया तथा शीघ्र ही जाँच कर कार्यवाही की मांग की गई। संगठन छात्र बलराम सिंह परिहार एवं अरूण पाटीदार ने बताया कि संगठन द्वारा माँ चामुण्डा काम्पलेक्स स्थित इंडियन कॉफी हाऊस में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई, जिसमें समस्त पत्रकारो को व्यापम घोटाला 2 के बारे में पूख्ता सबूत के साथ जानकारी प्रदान की गई। पत्रकारवार्ता में बताया कि ये परीक्षाएँ प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल द्वारा आयोजित कराई जाती है। यह परीक्षा 10 व 11 फरवरी को अधिकारी बनने हेतु आयोजित कराई गई थी। 17 फरवरी को जब उत्तर पुस्तिकाएँ जारी की गईं तो कुछ छात्रों के 200 में से 190 व 195 से भी अधिक अंक आए और होनहार छात्र 168 के भीतर ही सिमट कर रह गए, वो भी तब जब कृषि समूह के 100 प्रश्नों में से तीन प्रश्नों के उत्तर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा जारी की गई उत्तर पुस्तिका में गलत लिए जा रहे हैं और वही उत्तर इन छात्रों द्वारा भी लगाए गए, जिससे इनको 100 में 99 अंक आए हैं। वंचित रहने वाले होनहार छात्रों ने पूरे मामले की जाँच कराने की माँग मुख्यमंत्री से की है। इस दौरान नीलेश राठौड़, नीरज धाकड़, पीयुष अवासिया आदि उपस्थित थे।