बिरसा मुंडा जयन्ती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बिरसा मुंडा जयंती की तैयारियों की समीक्षा की
जनजातीय नायकों के कार्यों को समाज के सामने लाएं
जनजातीय समाज की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार पर विशेष ध्यान दें
बिरसा मुंडा जयन्ती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा
करकेली, उमरिया में होगा मुख्य समारोह
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बिरसा मुंडा जयंती की तैयारियों की समीक्षा की
Bhopal : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जननायक बिरसा मुंडा सहित सभी जनजातीय नायकों द्वारा समाज व राष्ट्र के लिए किए गए कार्यों को समाज के सामने लाया जाए, जिससे हम उनके कार्यों से प्रेरणा ले सकें। जनजातीय समाज के सर्वांगीण विकास के लिए उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा तत्संबंधी योजनाएं संचालित की जाएं।'
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि जननायक बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवम्बर को पूरे प्रदेश में 'जनजाति गौरव' दिवस के रूप में प्रतिवर्ष मनाया जाएगा। इस वर्ष उनके जन्म स्थान करकेली, जिला-उमरिया में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में बिरसा मुंडा की जयंती पर प्रदेश भर में किए जाने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव श्री शिवशेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन गोविल, आयुक्त जनसंपर्क श्री सुदाम खाड़े उपस्थित थे।
योगदान को प्रचारित करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के जनजातीय महापुरूषों यथा-भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, रानी दुर्गावती, भीमा नायक, रघुनाथ मंडलोई, रघुनाथशाह, शंकरशाह आदि के राष्ट्र निर्माण में किये गये व्यापक योगदान को अधिक से अधिक प्रचारित किया जाना चाहिए।
विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गौरव दिवस पर विश्वविद्यालयों द्वारा वेबिनार आयोजित करें। जनजातीय महापुरूषों की प्रतिमाओं पर मार्ल्यापण एवं स्मारक भवनों में उत्सव आयोजित करें। प्रदेश के जनजातीय बाहुल्य विकासखंड की ग्राम पंचायतों में कार्यक्रम आयोजित करें।