क्षेत्र की गरीब जनता की सुध लेने वाला नहीं, स्वास्थ्य विभाग, आदिवासी पोस्ट मेट्रिक कन्या छात्रावास एवं आदिवासी सामुदायिक भवन 5-6वर्षों से अधूरे
बागली-प्रतिनिधित्व पर प्रश्न ?, आदिवासी विधानसभा होने पर भी आदिवासी योजनाओं से वंचित, शा. स्वास्थ्य केंद्र में सोनोग्राफी एक्स-रे जांच मशीन नहीं, महिलाएं कर्ज के रूपये से करवाती है प्रायवेट प्रेग्नेंसी जांच, करोड़ों के छात्रावास व आदिवासी समुदायिक भवन वर्षों से अधूरे
बागली/देवास (म.प्र.),। दिनांक 08 सितंबर 2020 को जयस बिरसा ब्रिगेड एवं जन संघठनों द्वारा तहसीलदार महोदया बागली को ज्ञापन दिया। ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी बागली, जिला कलेक्टर, आदिवासी जन जाति कल्याण विभाग भोपाल, क्षेत्रीय विधायक बागली विधानसभा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम सौंपा गया।
● जन संगठनों द्वारा पूर्व में भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोनोग्राफी और एक्स-रे मशीन लगाने हेतु ज्ञापन दिया गया था, किंतु आज तक विभाग द्वारा सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई गई है, जिसके कारण गरीब महिलाओं को प्राइवेट (निजी) अस्पतालों में कर्ज लेकर अपनी प्रेगनेंसी जांच करवानी पढ़ती है। आदिवासी गरीब महिलाओं के लिए प्रेगनेंसी जांच एवं सोनोग्राफी के लिए शासन द्वारा फ्री में जांच व्यवस्था होती है, लेकिन धारातल पर आज भी महिलाओं को योजनाओं और सुविधाओं के नाम पर धोखा दिया जा रहा है।
● ज्ञापन में अवगत कराया गया कि क्षेत्र के समस्त जन संगठन द्वारा आदिम जाति कल्याण विभाग के अंतर्गत शासकीय पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास कॉलेज बागली का 5-6वर्षों से अधूरा होने से गरीब बालिकाओं को सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है आज भी कई आदिवासी बालिकाएं अत्यंत गरीब होने के कारण भी किराए से रूम लेकर अपनी पढ़ाई करने को मजबूर है।
● आदिवासी समुदाय भवन बागली (बेहरी फाटे पर) विगत 5 – 6 वर्षों से अधूरा पड़ा है, उसका कार्य भी जल्दी शुरू किया जाये।
क्षेत्र के समस्त जन संघठनों द्वारा शासन प्रशासन को चेतावनी दी गई उक्त समस्या का निराकरण जल्द से जल्द नहीं किया गया, तो आंदोलन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर हिम्मतसिंह बछानिया (समाजसेवी पत्रकार), मोहन जामले जयस अध्यक्ष, सुरेश मौर्य, मुकेश बामनिया, कमल डोडवे, देवीलाल कुमारिया, अनिल वास्केल, महेश डोडवे, कमल मस्कोले वकील, कोदर बछानिया और कई जन संघठन के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।