देवास। एसोसिएशन ऑफ देवास मेडिकल प्रेक्टिसनर्स के मीडिया प्रभारी डॉ. आर.एस. दुबेे ने बताया कि एसोसिएशन ऑफ देवास मेडिकल प्रेक्टिसनर्स, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, इंडियन डेंटल मेडिकल एसोसिएशन, नेशनल इंटिग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में डॉ. वसीकुर्रहमान गजधर के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रृद्धांजलि सभा में डॉ. दुबे ने डॉ. गजधर के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि वे एक जाने माने चिकित्सक थे। उनका सरल, सौम्य व्यवहार व निश्च्छल मुस्कुराहट सदैव याद रहेगी। उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में देवास तथा आसपास दूर दूर तक अपनी कार्यशैली से प्रसिद्धि प्राप्त की। आप सदैव हर प्रकार के सामाजिक, सांस्कृतिक व संगठनात्मक कार्यो में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे। आप बड़े छोटे सब में घुल मिल जाया करते थे। उनका असामयिक निधन चिकित्सा जगत में तथा आम नागरिकों के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। एडीएमपी के अध्यक्ष डॉ. नीरज खरे ने कहा कि डॉ. गजधर एक आदर्श व्यक्ति थे, वे सहयोग की भावना से ओतप्रोत थे। वे सभी की मदद केे लिए सदैव तत्पर रहते थे। आयएमए अध्यक्ष डॉ. योगेश वालिम्बे ने बताया कि डॉ. गजधर अपने आप में एक अभूतपूर्व शख्सियत के मालिक थे। देवास शहर में उनका प्रथम करीम नर्सिंग होम था जहां प्रत्येक चिकित्सक और विशेषज्ञ को काम करने की सुुविधा रहती थी तथा सभी का सम्मानपूर्वक आदर करते थे। रेडक्रास सोसाईटी के सचिव डॉ. के.के. धूत ने कहा कि हमने हमारा एक ऐसा साथी खो दिया जो हर प्रकार से हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रत्येक कार्यक्रमो में अपना सहयोग देते थे। एनआयएमए के वरिष्ठ सदस्य डॉ. पी.के. जैन ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि डॉ. गजधर ऊंच नीच, जात पात, छोटे बड़े का भेदभाव न रखते हुए समाज सेवा में अग्रणी रहते थे। आयएमए सचिव डॉ. एम बी अग्रवाल नेे कहा कि डॉ. गजधर के निधन से हमारे संगठन में जो क्षति हुई है वह कभी पूरी नहीं हो सकेगी। एडीएमपी सचिव डॉ. अभिषेक सोनी, डॉ. अजय करकरे, डॉ. अपर्णा करकरे, डॉ. सीमा कोठारी, डॉ. इंदरदीप अरोरा आदि ने उनके साथ के कई संस्मरण सुनाते हुए कहा कि हमने हमारा एक सरपरस्त खो दिया है। डॉ. गजधर सभी का ध्यान रखते हुए सभी को साथ लेकर चलते थे। डॉ. दुबे ने कहा कि डॉ. गजधर हमारे बीच शारीरिक रूप से अवश्य नहीं रहे लेकिन उनकी स्मृति सदैव हमारे हृदय में बनी रहेगी। उनको सच्ची श्रद्धांजलि तो यही है कि हम उनके गुणो को आत्मसात करते हुए उनके बताए व्यवहार पर चले। इस अवसर पर डॉ. अवतारसिंह सलूजा, डॉ. पवन चिल्लोरिया, डॉ. अरूण दुबे, डॉ. स्मिता दुबे, डॉ. वरूण आनंद, डॉ. मुग्धा कुलकर्णी, डॉ. संध्या खरे, डॉ. दिलीप जोशी, डॉ. अमित चौबे, डॉ. राहुल सोलंकी, डॉ. एम पी दुबेे, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. निशिथ गगरानी, डॉ. स्मिता चौधरी, डॉ. सुलभारानी, डॉ. नितिन मुंगी, डॉ. पूनम भाटिया, डॉ. शिवेन्द्र मिश्रा, डॉ. अनुराधा देवकर, डॉ. राहुल राठौर, डॉ. एम एम अग्रवाल, डॉ. प्रमोद माहेश्वरी आदि कई चिकित्सकों ने दो मिनट का मौन रखकर डॉ. गजधर को श्रद्धांजलि अर्पित की।