थाना अधिकारी सेमारी द्वारा महिला स्वास्थ कार्यकर्ता के घर अवांछित तलाशी व अभद्रता की गई

उदयपुर (प्रभुलाल गरासिया)। उप स्वास्थ्य केंद्र राठौड़ा में कार्यरत महिला स्वास्थ कार्यकर्ता श्रीमति कान्ता अहारी ने सेमारी पुलिस थानाधिकारी पर घर मे जबरन घुस अवांछित तलाशी लेने व अभद्रता करने के आरोप लगाए है।


महिला स्वास्थ कार्यकर्ता के अनुसार 4 मई 2020 को शाम 6 बजे मैं अपने घर पर थी उस समय थाना अधिकारी सेमारी श्री श्याम सिंह मय जाब्ता व पंचायत समिति सेमारी BDO दो सरकारी गाड़ी भरकर मेरे घर पर आए तथा मुझे धमकाते हुए पूरे घर की तलाशी ली, मैंने इसका कारण पूछा तो, उन्होंने बताया कि तुमने यहां अपराधियो को छिपा रखा है तथा अवैध हथियार रखती हो तथा मेरे पति से धमकाते हुए अलग से पूछताछ करते रहे, ओर कह रहे थे कि तुम बाहर से आये हो,जब मैने बताया कि मेरे पति और मैं पिछले 4 माह से यहां से कही भी बाहर नही गए, फिर भी उन्होंने मेरी बात नही मानी और मेरा मोबाइल भी ले लिया तथा मुझे धमकाते हुए दूसरे दिन पुलिस थाना सेमारी जांच हेतु बुलाया।


दिनांक 5 मई 2020 को सुबह 8 बजे मैं ओर मेरे पति पुलिस थाना सेमारी गए वहां पर थाना अधिकारी उपस्थित नही थे तथा किसी अन्य पुलिस कर्मी ने हमसे धमकाकर कई कागजो पर हस्ताक्षर करवाये, जिन्हें हम पढ़ने भी नही दिया गया तथा हमने हमारा मोबाइल मांगा तो मोबाइल देने से इनकार कर दिया और कहा कि उसकी कार्यवाही अभी बाकी है। इस तरह से मुझ पर दबाव बनाया गया और परेशान किया गया।


दिनांक 12 मई 2020 को तहसीलदार राठौड़ा चौकी पर आए और मुझे चौकी पर बुलवाया, लेकिन मेने चौकी पर आने से इनकार कर दिया, इसके बाद तहसीलदार साहब मेरे उप स्वास्थ्य केंद्र पर आए और मुझे एक रिपोर्ट लिखने के लिए बोला परन्तु मेने रिपोर्ट लिखने से इनकार कर दिया, तब चौकी प्रभारी लक्ष्मण लाल जी के मोबाइल पर थाना अधिकारी सेमारी का फोन आया तब मुझे दबाव दिया गया कि आप मुझे एक दूसरी रिपोर्ट बनाकर दो तब मैं आगे कार्यवाही करूँगा इस तरह मुझ सेअलग अलग रिपोर्ट मांगी जा रही है व दबाव दिया जा रहा है।


थाना अधिकारी द्वारा बिना किसी सूचना के तथा बिना किसी विभागीय अनुमति के मेरे साथ एक अपराधियो की तरह व्यवहार किया गया, जिसके कारण मैं अभी तक सदमे में हु तथा पूरे गाँव के सामने पुलिस द्वारा मेरे साथ अपराधियों की तरह व्यवहार किया गया, जिससे पूरे गांव में मेरी बदनामी हुई तथा सभी लोग मुझे सन्देह की दृष्टि से देख रहे है।
इस घटना के बारे में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने अपने कार्यालय के सीनियर अधिकारियों को भी अवगत कराया व उनके मार्फ़त प्रशासन तक अपनी पीड़ा पंहुचाई।


महिला स्वास्थ कार्यकर्ता के इस पीड़ा के संदर्भ में भीलीस्थान टाइगर सेना राजस्थान व भारतीय ट्राईबल पार्टी राजस्थान ने प्रशासनिक अधिकारियों को उचित कानूनी कार्यवाही कर पीड़ित को न्याय दिलाने हेतु ज्ञापन दिया गया।