शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को माना कोरोना योद्धा, शिक्षक भी निभा रहे हैं अपनी जिम्मेदारी

डूंगरपुर (संवाददाता- जगदीश ननोमा)। राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) जिला डूंंगरपुर के जिलाध्यक्ष मणिलाल व जिला मंत्री लीलाराम भगोरा, राज्य उपाध्यक्ष हेमंत कुमार खराड़ी तथा जिला संयुक्त मंत्री दिनेश प्रजापति ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कोरोना काल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे शिक्षकों पर एक कार्टून बनाया है। यह कार्टून पूरे देश भर में सकारात्मक देते हुए वायरल हो रहा है।



इसके बाद शिक्षा विभाग ने अपने सभी शिक्षकों कोरोना योद्धा की उपाधि दी है। भारत में कोरोना वायरस की दस्तक सुनते ही केंद्र व राज्य सरकारें सतर्क हो गयी तथा विभिन्न प्रकार की एडवाइजरी जारी करने के साथ ही इस महामारी का मुकाबला करने के लिए सामान्य प्रशासन, पुलिसकर्मी, चिकित्सा कर्मी, सफाई कर्मी, तथा अन्य विभिन्न प्रकार की सेवाओं के अधिकारियों और कर्मचारियों को विभिन्न दायित्व सौंपे गए हैं। सभी अपने अपने कार्य क्षेत्र में पूरी मेहनत के साथ दिन रात लगे हुए हैं तथा देश को इस संकट से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।


देश में कोरोना योद्धाओं की इस श्रृंखला में देश का शिक्षक समुदाय भी इस महामारी के मुकाबले में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सामान्य प्रशासन, पुलिसकर्मी, चिकित्सा कर्मी, सफाईकर्मी आदि सभी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन वो अपना वही मूल काम कर रहे हैं जो करते आए हैं और उसका प्रशिक्षण का अनुभव रखते हैं। जबकि देश के शिक्षक इस जंग में अपने मूल काम के बजाय अलग प्रकार का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं। वे जिला प्रशासन, शिक्षा, चिकित्सा, पुलिस सभी विभागों के आदेशों और निर्देशों की पालना में सरकारी हेल्पलाइन, कोरोना सर्वे, ज़िला बॉर्डर चेक पोस्ट, क्वारेंटाइंन केंद्र, आइसोलेशन केंद्र, राशन वितरण और अपने स्कूल के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाने के कार्य कर रहे हैं। दिन भर काम करने के बाद भी सबसे महत्वपूर्ण काम चौबीस घंटे कर रहे हैं। वह काम जैसे कस्बों व गांवों में संदिग्ध व पलायन करके आए हुए लोगों की पहचान करना तथा उसकी प्रशासन तक सूचना पहुंचाना। यह किसी इंटेलीजेंस एजेंसी के जासूस से कम जिम्मेदारी नहीं है। यह काम शिक्षकों से बेहतर कोई नहीं कर सकता। इन शिक्षकों को ऐसे किसी काम का ना कभी कोई प्रशिक्षण मिला है ना पहले कोई अनुभव है फिर भी चाहे सुरक्षा उपकरण मिले या ना मिले अपने स्वयं के प्रयासों से मास्क सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था करते हुए दिन रात संकट का मुकाबला करने में जुटे हुए हैं।


प्रदेश के शिक्षा अधिकारी भी जिला व ब्लॉक स्तरीय प्रशासनिक, पुलिस व चिकित्सा अधिकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिन रात काम कर रहे हैं। शिक्षक वास्तव में  कोरोना योद्धा है। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत जिला मंत्री लीलाराम भगोरा ने रोस्टर प्रणाली से ड्यूटी लगाने की मांग की है। ताकि लम्बे समय से ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को भी आराम और घर की देखभाल का समय मिल सके।