कुक्षी जयस द्वारा मजदूरों की मदद, चोटिला गुजरात से पैदल आए मजदूर अहमदाबाद तक, गुजरात सरकार ने नहीं दी सहायता

कुक्षी (सरदारसिंह देसाई)। कोरोना ने देश के मजदूरों की तोड़ी कमर, अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े। शासन की मजदूरों को घर पहुंचाने का वाद झूठा साबित होता नजर आ रहा है।



मजदूरों खुद अपनी मेहनत की कमाई के 1500 रुपए किराया देकर आये अलीराजपुर जिले तक उसके बाद पैदल धार जिले के कुक्षी तहसील आए। तेज धूप में पैदल ही चल रहे थे। आराम के लिए कुक्षी कृषि मंडी में  रूके।


सहयोग के लिए आगे आये कार्यकर्ता -


जयस कार्यकर्ताओं ने कहा की कहां से आए और कहां तक जाना है, उन्होंने बताया चोटिला गुजरात से आए खरगोन जिले महेश्वर जाना है। कुक्षी जयस कार्यकर्ताओं लक्की ठाकुर, सौरभ पटेल, निसरपुर ब्लॉक अध्यक्ष राहुल मौर्य आदि ने तत्काल खाने के लिए नाश्ता के रूप में केले दिए और गाड़ी की व्यवस्था करवाई। गाड़ी का भाड़ा दिया नगद 3000 रूपये और अपने घर के लिए मजदूरों को किया रवाना।