देवास (लोकसंवेदना दस्तक)। जिला कांगे्रस कमेटी के जिला महामंत्री नरेन्द्रसिंह यादव (लल्ला) ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली को लेकर पत्र लिखा।
श्री यादव ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पी.डी.एस.) की कुछ जानकारियां शंका पैदा कर रही है।
जिसमें विकास नगर में दुकान नं. 31 बिलावली महाकाल पर एक सूची 25 श्रेणियों वाली चस्पा की गई है जिसमें इनकी केटेगरी और सदस्य संख्या दी गई है । उसमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अंतर्गत 1 से 13 सदस्यों की संख्या दर्शायी गयी है। क्या सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अंतर्गत किसी की सदस्य संख्या 13 हो सकती है और साथ ही इस दुकान पर जो लिस्ट चस्पा की गई उसमें 45 नाम है जिसमें से मात्र 9 नाम विकास नगर से लेकर जयसिंह नगर, सर्वोदय नगर, अमोना, बिंजाना, बीराखेडी केे है। बाकी 36 नाम राजाराम नगर, अनुकूल नगर, विजय नगर, मेंढकी, मुखर्जी नगर के हैं जबकि विकास नगर और विजय नगर दोनों क्षेत्रो मे काफी दूरी है तो इन हितग्राहियों के नाम यहां क्यों डाले गए इसी प्रकार अन्य सूचियों में भी गडबडियां हुई है।
जबकि जो जहां रहता है उसका नाम वहीं की सूची में आना चाहिये था। सूचियों में नाम की गडबडी के कारण आम लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है उन्हें पता ही नहीं चल रहा है कि उनका नाम किस जगह की सूची में है। ये सूची किसके मार्ग दर्शन में बनी इसे संज्ञान में लिया जाए। हाल ही में आपके द्वारा ऐसे लोग जो देवास नगर सीमा में निवास करते हैं पर उनके पास किसी भी प्रकार का राशन कार्ड नही है उसकी जानकारी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा एकत्र की गई थी जिसकी सूची बनाकर उसका सत्यापन नगर निगम द्वारा करवाकर सूची पुन: आप तक आई होगी। आपके एवं एस.पी. द्वारा कुछ गरीब बस्तियों में जाकर राशन बांटने की शुरूआत की गई। प्राप्त जानकारी के द्वारा देवास मंडी में ऐसे हितग्राहियों के लिए सामग्री के पैकेट तैयार किए गए। क्या उनका वितरण आपके पास पात्र सूची के अनुसार हो गया अगर हो गया हैै तो बांटने वाले अधिकारी कर्मचारियों ने क्या उस सूची का सत्यापन करवाया कि उन हितग्राहियों तक वो राहत पहुंची की नही। इसका सत्यापन करवाया जाए। शासन द्वारा बीपीएल परिवार ओर जिन लोगों के पास किसी भी प्रकार का राशन कार्ड नही है उनके लिए राशन की व्यवस्था के साथ ही ए.पी.एल. में 25 श्रेणियो में आने वाले हितग्राहियों की भी व्यवस्था की है परंतु दुर्भाग्य की बात है कि हजारों परिवार जिनके पास ए.पी.एल. राशन कार्ड है जिसका नाम राशन कार्ड जरूर है परंतु उन पर किसी भी प्रकार का राशन नहीं मिलता है। इस श्रेणी में हजारों परिवार ऐसे है जिन्होंने आपके ही कार्यालय में बीपीएल सूची में नाम दर्ज करवाने के आवेदन दिए है। ये मध्यमवर्गीय परिवार के लोग सामान्यत: लोगेा के पास मदद के लिए भी नहीं जा सकते है। यादव ने जिलाधीश से मांग की है कि इन परिवारों के बारे में भी शासन से चर्चा कर व्यवस्था बनाए।
श्री यादव ने जानकारी चाही कि राशन व्यवस्था के लिए केन्द्र से कितना आवंटन चाहा गया था और कितना आवंटन प्राप्त हुआ। देवास जिले के लिए कितना आवंटन चाहा गया था उसमें से कितना आवंटन प्राप्त हुआ। जिनके पास किसी भी प्रकार के राशन कार्ड नहीं है उसके लिए कितने राशन की व्यवस्था की गई और किन लोगों के माध्यम से इसे बांटा गया इसका सत्यापन हुआ या नहीं हुआ अगर सत्यापन हुआ है तो इसकी लिस्ट जारी करें।