हरदा (लोकसंवेदना दस्तक)। गेहूं चना कटाई करने वाले मजदूर लॉक डाउन के कारण हरदा जिले के टिमरनी क्षेत्र में ही रुक गए थे, लेकिन ज्यादा दिन परेशानियों का सामना नहीं कर पाए।
तकरीबन 16 मजदूर खंडवा जिले की तहसील खालवा के ग्राम झिंझरी से मजदूरी के लिए आए हुए थे। और लॉग डाउन के कारण जाने की व्यवस्था न होने से जहां थे वहीं रुक गए।
जैसे ही सामाजिक कार्यकर्ताओं को पता चला उन्होंने अनुविभागीय कार्यालय टिमरनी से मजदूरों को गांव जाने के लिए परमिशन में मदद की। सभी मजदूर मेडिकल चेकअप होने के बाद टिमरनी से 6 मई 2020 को झिंझरी जाने के लिए निकले।
रास्ते में खंडवा जिले की रोशनी पुलिस चौकी के 'आवल्या चेक पोस्ट' पर शाम लगभग 08:00 बजे वाहन को रोककर पुलिसकर्मियों द्वारा मजदूरों को डेढ़ घंटे तक परेशान किया गया। मजदूरों ने जैसे-तैसे 200-200 रूपये पुलिस कर्मी को दिये उसके बाद उन्हें आगे जाने दिया गया।
एक और देश में कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहे गरीब मजदूर, असहाय लोगों की मदद के लिए प्रशासन दिन रात लगा हुआ है। सभी मजदूरों को राहत पहुंचाई जा रही है ऐसे में मजदूरों को चेक पोस्ट पर परेशान कर रुपए लेना कहां तक उचित है। जहां शासन प्रशासन की प्रत्येक इकाइयों के साथ सामाजिक संगठन कोरोना योद्धाओं के रूप में अपनी भूमिका निभा रहे हैं, वहीं इस तरह की हरकतें मजदूरों के साथ होना कहीं ना कहीं सरासर गलत है।
◆ एसपी खण्डवा- श्री शिवदयाल सिंह
मजदूरों के साथ लॉकडाउन में इस तरह की हरकत करना गलत है, मुझे आपके द्वारा जानकारी मिली है यदि ऐसा हुआ है तो इसकी जांच करवाता हूँ।
◆ मजदूरों के क्षेत्रीय विधायक विजय शाह से संपर्क करना चाहा, संपर्क नहीं हुआ।