जय बिरसा रक्तदान समिति का सराहनीय योगदान, लॉकडाउन में किसी जरूरतमन्द को ब्लड के लिए भटकना न पड़े इसलिये युवाओंं ने किया रक्तदान

ग्रामीण क्षैत्र के युवा अनिल परिहार ने अपने जन्मदिवस के उपलक्ष्य में बड़वानी में रखा रक्तदान शिविर


कुक्षी (सरदारसिंह देसाई)। देश में चल रहे लॉकडाउन के चलते देखने में मिलता है, की अस्पतालो में आने वाले मरीजो को ब्लड लिये अत्यधिक परेशान हो होना पड़ रहा है। इन्ही परेशानियो को देखते हुए कुक्षी से 20 किमी दूर ग्राम चिपराटा के युवा अनिल परिहार ने अपने जन्मदिवस के उपलक्ष्य में बड़वानी के जिला अस्पताल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया।



जय बिरसा रक्तदान समिति सदस्य अनिल परिहार के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में रक्तदान शिविर का आयोजिय किया। जिसमें सरकार के आदेश का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए समिति के अन्य सदस्यों ने भी उत्साह के साथ रक्तदान किया। समिति के पंचालाल बर्डे ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बड़वानी जिला अस्पताल में रक्त की कमी की वजह से मरीजों को बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रतिदिन मरीजो को कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा था। मरीजों को परेशानी न हो इसलिए समिति सदस्यों ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया जिसमें आज 25 युवा साथियो ने रक्तदान किया। जिसमे दीपक मुजाल्दे, संतोष चौहान,विजय गोर, अजय भिड़े, सचिन जामोद, सरदार जामोद, सचिन पटेल, ज्योतिरादित्य डावर, दिनेश जमरे, रेलसिंग जमरे, कमल अछालिया, नोंगा जमरे, सुनील जमरे, कलम चौहान, रमेश नरगावे, प्रेमलाल नरगावे, कन्हैया सोलंकी, अनिल जमरे आदि ने रक्तदान किया।


◆ जन्मदिवस उत्सव नही, परोपकार का दिन है-


युवा अनिल परिहार का कहना है की जन्मदिवस को लोग अति उत्साह के साथ उत्सव के रूप में मनाते है और हजारो रुपये व्यर्थ खर्च करते है। जबकि जन्मदिवस का दिन एक उत्सव नही बल्कि परोपकार करने का दिन होता है। हमे इस विशेष दिन पर गरीब, असहाय लोगो के काम आ सके ऐसा कार्य करना चाहिए। अनिल का कहना है की दुनियाभर के वेज्ञानिको ने दुनिया में अनेको चीजो का निर्माण कर दिया है लेकिन कोई भी वैज्ञानिक अब तक रक्त का अविष्कार नही कर सका, जिससे व्यक्ति को जीवनदान मिलता है। इसलिये सभी को हर तिन माह में रक्तदान करना चाहिए।