कोरोना महामारी में भी वनविभाग द्वारा आदिवासियों के घरों को जला दिया, BTP ने मुख्यमंत्री से की उचित कार्यवाही की मांग

घर में रखे सारे सामान, कागज पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड एवं अन्य जरूरी कागजात भी जलकर राख


उदयपुर (प्रभुलाल गरासिया)। भारतीय ट्राइबल पार्टी द्वारा आदिवासियों के मकान जलाए जाने एवं उनके ऊपर वनविभाग द्वारा अमानवीय कार्रवाई किए जाने के विरोध में राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री के नाम वनविभाग के दोषी कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई एवं पीड़ितों को न्याय दिलाने के पक्ष में ज्ञापन सौंपा गया। 



उदयपुर जिले की फलासिया तहसील के अंबावी गांव के गांव के नाथीफला में पनरवा रेंज के वनकर्मियों के द्वारा जलाए गए घरों के पीड़ितों को 6 महीने का राशन, प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत मकान, काबिज भूमि के पट्टे एवं दोषी 14 वन कर्मियों को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की गई।


भारतीय ट्राइबल पार्टी के शीर्ष नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ वेलाराम वेलाराम घोघरा, विधायक रामप्रसाद डिंडोर, राजकुमार रोत, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी कांतिभाई रोत, बी.एल. छानवाल, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी प्रवीण परमार, उमेश डामोर व सभी जिला अध्यक्षों एवं समस्त सचिवों के साथ टेलिफोनिक चर्चा की गई। जिसमें सर्वसम्मति से पानरवा रेंज के वन कर्मियों के द्वारा किए गए अमानवीय कार्रवाई को पुरजोर शब्दों से निंदा कर उनको तत्काल बर्खास्त की मांग की गई।


देश में इस समय कोरोनावायरस की महामारी से लोग जूझ रहे हैं। प्रदेश की सरकार इस को संभालने में दिन-रात में दिन-रात संभालने में दिन-रात में दिन-रात लगी हुई है। लॉकडाउन जैसा पीड़ादायक निर्णय लिया जा चुका है। जिसमें खासकर गरीब मजदूर तबका बुरी तरह से प्रभावित है। काम नहीं मिलने से दिहाड़ी मजदूरों को भूखों मरने की नौबत आई हुई है। और कहीं कहीं से कुछ अप्रिय घटनाओं के समाचार भी आ रहे हैं, इस तरह के भयानक परिस्थिति में जब राज्य सरकार के साथ ही स्थानीय जिला प्रशासन घरों में रहने की अपील कर रहे हैं। तब पानरवा रेंज के वन कर्मी अपने अमले के साथ निर्दोष भोले-भाले आदिवासियों के घरों को जला देता है। उनको गाली गलौज करता करता है, मारपीट करता है एवं महिलाओं से आपत्तिजनक व्यवहार किया जाता है। यह पूरी तरह से गैर कानूनी कार्रवाई है।


"पीड़ित परिवार भूखे एवं खुले आसमान के नीचे रहने को विवश"


पार्टी का सवाल - है कि इस भयानक महामारी के बीच पानरवा के वन अधिकारियों का दल किसके कहने पर घर जलाने जैसी अमानवीय कार्रवाई कर रहे हैं। घर जलने के दरमियान उसमें रखे सारे सामान, कागज पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड एवं अन्य जरूरी कागजात भी जलकर राख हो चुके हैं, राशन व कपड़े के अभाव में पीड़ित परिवार भूखे एवं खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है।


लॉक डाउन एवं कोरोनावायरस में जिसके जिसके किसके कहने पर इस तरह की अन्यायपूर्ण कार्रवाई की गई भारतीय ट्राइबल पार्टी पार्टी के द्वारा सभी पीड़ितों के न्याय के लिए माननीय मुख्यमंत्री को शिकायत की गई जिसमें सभी पीड़ित परिवारों को खाने के लिए 6 महीने का राशन रहने के लिए मकान या आर्थिक मदद एवं सभी 14 वन कर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए एवं तत्काल बर्खास्त किया जाए।


इस तरह की जाने वाली कार्रवाई को भारतीय ट्राइबल पार्टी कभी बर्दाश्त नहीं करेगी लोग डाउन एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विरोध दर्ज भी कराएगी और सविनय सविनय अवज्ञा आंदोलन भी करेगी।