चिलचिलाती धूप ओर ऊचें-नीचे पहाडी जंगल में अलग-अलग फलियों की बसाहट में वित्तीय सेवाएं पहुंचाने का काम कर रही बैंक सखियां

अलिराजपुर (लोकसंवेदना दस्तक)। चिलचिलाती धूप ओर ऊचें-नीचे पहाडी और जंगल के क्षेत्र में अलग-अलग फलियों की बसाहट में बसे ग्रामीणों तक पहुंचकर वित्तीय सेवाएं पहुंचाने का साहस और जोखिम भरा काम कोरोना यौद्धा रूपी बैंक सखियां इन दिनों पूरी शिद्दत और हिम्मत के साथ कर रही है। पूरे उत्साह और जज्बे के साथ ये महिला बैंक सखियां पेंशनधारियों, जनधन खाता धारियों, वृद्धजनों सहित अन्य खाताधारकों को घर पहुंच सेवा के माध्यम से कोरोना वायरस के संकट की इस घडी में वित्तीय सेवा रूपी मदद पहुंचाने में जुटी हुई है। कोरोना वायरस के मद्देनजर हर कोई लॉक डाउन में है।



ग्रामीणजनों तक केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से प्रदाय वित्तीय मदद ग्रामीण जरूरतमंदों तक समय पर पहुंचाना जिला प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण दायित्वों में से एक है। ऐसे में जिला प्रशासन के दिशा निर्देशानुसार जिले के ग्रामीणों तक वित्तीय सेवाएं पहुंचाने के कार्य में लगी बैंक सखियां इस उद्देश्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सुबह से अपने घर से निकलकर घर-घर पहुंचकर खाता धारकों तक वित्तीय सेवाएं पहुंचाने के काम को कर रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से हर कोई भयभीत है, ऐसे में यह बैंक सखियां पूरी सावधानी के साथ अपने काम को कर रही है। लॉक डाउन अवधि के दौरान 3 अप्रैल 2020 से अब तक की अवधि में 29 बैंक सखीयों ने 7 हजार 324 खाताधारक हितग्राहियों तक 1 करोड 68 लाख 17 हजार 127 रूपये का वितरण कर चुकी है, जो आगे भी लगातार जारी है।


उक्त बैंक सखीयां म.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन के समूहों से भी जुडी है जिससे वे ग्रामीणों को जरूरत के समय आवश्यक वस्तुओं पर ही राशि खर्च करने की बात भी बता रही है। कुलवट निवासी श्रीमती रवीना जमरा, कु. गीता जमरा ने बताया परेशानी के इस समय में हमें घर पर आकर पेंशन राशि और जनधन खाते में जमा राशि आसानी से मिल गई है, जो हमारे छोटे-मोटे घरेलू सामग्री के खर्च में उपयोगी सिद्ध होगी। ग्राम कुलवट की कु. सुप्रीया नरगांवा जो कुकडिया निवासी है जो करीब एक किमी नाव एवं 3 से 4 किमी सडक मार्ग तय करके रोलीगांव, कुकडिया, कुलवट, महलगांव आदि ग्रामों में वित्तीय सेवाएं प्रदान कर रही है। कु. सुप्रीया ने बताया मैं लॉक डाउन अवधि में सुबह 8 बजे से घर से निकल कर शाम 5 बजे तक ग्रामीणों को वित्तीय सेवाएं प्रदान कर रही हूं। वहीं श्रीमती सुमी कनैश ने बताया मैं आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों को वित्तीय सेवाएं प्रदान कर रही हूं। इसी प्रकार अन्य बैंक सखियां भी कोरोना वायरस से बचाव के उपाय अपनाकर अन्य ग्रामीणों को भी जन जागरूक करते हुए वित्तीय सेवाएं पहुंचाने का काम कर रही है। बैंक सखियां कहती है हमें थोडी ज्यादा मेहनत और परिश्रम करना पड रहा है लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए संकट के इस समय में यह सेवा देना आवश्यक है।


उन्होंने बताया हम ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए मुंह पर मास्क अथवा कपडा बांधनें, साबुन अथवा सेनेटाइजर से थोडी-थोडी देर में हाथ साफ करने, सोशल डिस्टेंन्सींग का पालन करने की जानकारी भी दे रहे है। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्रीमती सुरभि गुप्ता ने बताया लॉक डाउन के दौरान जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में ग्रामीणों तक जरूरत के समय में वित्तीय सेवाएं पहुंचाने का कार्य बैंक सखीयां कर रही है। यह प्रशंसनीय और अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने वाला प्रयास है।