अग्नि दुर्घटनाओं से निपटने ग्राम पंचायतों में 42 मिनी फायर फाइटर तैयार

बैतूल (लोकसंवेदना दस्तक)। ग्रीष्मकाल के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सतत् हो रही अग्नि दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए कलेक्टर श्री राकेश सिंह एवं जिला पंचायत सीईओ श्री एमएल त्यागी द्वारा मिनी फायर फाइटर तैयार करने का नवाचार किया गया है, जिसके तहत जिले की 42 बड़ी ग्राम पंचायतों में उपलब्ध पानी के टैंकरों में डीजल पंप एवं पाइप लगाकर मिनी फायर फाइटर तैयार किए गए हैं। ये मिनी फायर फाइटर अपने आसपास के क्षेत्रों में होने वाली अग्नि दुर्घटनाओं पर काबू पाने में काफी कारगर हैं। जिले में यह पहल विगत वर्ष प्रारंभ की गई थी, जिसके तहत पिछले वर्ष 33 मिनी फायर फाइटर तैयार किए गए थे, इस वर्ष 9 और अतिरिक्त फायर फाइटर बढ़ाए गए हैं, जिसके चलते जिले की ग्राम पंचायतों में अब 42 मिनी फायर फाइटर उपलब्ध हैं।



जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एमएल त्यागी बताते हैं कि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में अग्नि दुर्घटना होने की स्थिति में जिला मुख्यालय अथवा किसी नगर पालिका से फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंचना तत्काल संभव नहीं होता। अनेकों बार फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचते-पहुंचते अग्नि दुर्घटना बड़ा रूप ले लेती है। फलस्वरूप नुकसान भी बहुत ज्यादा होता है। इस बात के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायतों के सहयोग से उनके ही क्षेत्र में मिनी फायर फाइटर तैयार करने की योजना बनाई। इन मिनी फायर फाइटर्स को तैयार करने में बहुत ज्यादा खर्च भी नहीं आता।


ग्राम पंचायतों की स्त्रोतों से उपलब्ध राशि से लगभग 25 से 30 हजार रूपए की लागत से डीजल पंप एवं पाइप लगाकर यह मिनी फायर फाइटर तैयार किए गए हैं, जो उनके क्षेत्र में अग्नि दुर्घटनाओं को रोकने में काफी मददगार साबित होते हैं। विगत वर्ष इन मिनी फायर फाइटर्स के माध्यम से अनेक ग्रामीण क्षेत्रों में अग्नि दुर्घटनाओं पर शीघ्रता से काबू पाया जा सका था।


प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखण्ड बैतूल की 04 ग्राम पंचायतों, विकासखण्ड शाहपुर की 04, विकासखण्ड चिचोली की 02, विकासखण्ड घोड़ाडोंगरी की 08, विकासखण्ड मुलताई की 03, विकासखण्ड प्रभातपट्टन की 05, विकासखण्ड भैंसदेही की 03, विकासखण्ड आठनेर की 05 एवं विकासखण्ड भीमपुर की 08 ग्राम पंचायतों में मिनी फायर फाइटर तैयार किए गए हैं।