झुग्गीवासियो को पक्के मकान एवं उचित मुआवजे की मांग को लेकर राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ने दिया ज्ञापन


देवास। विगत 45 वर्षो से स्थाई आदिवासी एवं अन्य समाज के गरीब लोगो की झुग्गी बस्तियो को रेल्वे प्रशासन द्वारा तोड़ा गया है। उन्हे शासन द्वारा पुर्नस्थापित कर उचित मुआवजे एवं पक्के मकान दिए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ने शनिवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन का वाचन करते हुए जिलाध्यक्ष रईस मंसूरी ने बताया कि 11 फरवरी 2020 को रेल्वे प्रशासन एवं क्षेत्रीय प्रशासन द्वारा गरीब असहाय आदिवासी एवं अन्य समाज के लोगो के झुग्गी बस्तियो को बिना पूर्व पुर्नस्थापना व्यवस्था के जेसीबी से बलपूर्वक तोड़ दिया गया। जिस कारण से उक्त बस्ती में रहने वाले लोग, बच्चे, महिलाएं सड़क पर आ गए है एवं उनके रहने की कोई व्यवस्था नही की गई। पिछले 45 वर्षो से ये झुग्गी वासी यहां निवास कर रहे थे। अब तक इन लोगो को पट्टे निर्धारण कर देना चाहिए था जो नही किया गया। इस कारण सभी झुग्गीवासी भूखे सड़क पर रहने एवं मरने को मजबूर हो गए। राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा मुख्यमंत्री से ज्ञापन के माध्यम से मांग करता है कि सभी झुग्गीवासियो को शासकीय जमीन या शासन द्वारा प्रचलित प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के आवास व्यवस्था की जाए एवं तुरंत इनके रहने, खाने एवं दैनिक उपयोगी सामान की भी व्यवस्था की जाकर उचित मुआवजा राशि दी जाए। ये सभी लोग असंगठित मजूदर है। भवन-सनिर्माण कर्मकार मण्डल अधीन इनके पंजीयन होंगे, जिसके अंतर्गत भी इनको सामान आदि की व्यवस्था की जाए। जिनके पंजीयन नही है उनके तत्काल पंजीयन करवाए जाए, जिससे वे अपनी सामान्य जीवन जी सके। इस अवसर पर बड़ी संख्या में झुग्गीवासियो के साथ जावेद मंसूरी, इमरान शेख सदर, जफर मंसूरी, नरेन्द्रसिंह गायकवाड़, एचएन सिसोदिया, वसीम शेख, जुबेर मंसूरी, राजा सिसोदिया, आकाश बामनिया, शादाब जेके, अनिल मालवीय, आमीन शेख, कमलेश परमार, आसिफ पठान, आनंद सिसोदिया, हरीश, अशोक, जगदीश, महेश, विजेन्द्र सिसोदिया आदि उपस्थित थे।