गोंडी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कर 2021 की जनगणना में आदिवासियों को अलग से कॉलम दिया जाए

प्रांतीय अधिवेशन में समाज के वक्ताओं ने गोंडी धर्म कोड लागू करने की बात कही



दमोह (लोकसंवेदना दस्तक)। गोंड़ समाज महासभा मध्य प्रदेश का तृतीय प्रांतीय अधिवेशन रविवार को स्थानीय कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित किया गया इससे पहले दमोह नगर के चेनपुरा चमड़ा फैक्टरी में बड़ादेव ठाना में गोंगों हुआ और सतरंगी ध्वज फहराया उसके बाद वहां से विशाल जनसमूह रैली तकरीबन 2 किलोमीटर लंबी रैली निकाली गई जिसमें दमोह नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए कार्यक्रम स्थल सागर नाका कृषि उपज मंडी पहुंची। रैली में 20 हजार से भी ज्यादा समाज के लोगों की उपस्तिथि रही। युवा-युवतियां  गाजे बाजे के साथ डीजे पर गोंडी गानों पर  नाचते झूमते नजर आए।
    इस कार्यक्रम में प्रदेश भर की गोंड समाज बड़ी संख्या में शामिल हुई जिसमें सबसे ज्यादा दमोह जिला की गोंड समाज उपस्थित रही। 


कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा महापुरुषों की चित्र पर फूल माला अर्पित कर बड़ा देव का सुमिरन किया उसके बाद उसके बाद कार्यक्रम प्रारंभ किया गया।


कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत सम्मान हल्दी चावल से किया गया जो की यह रीति गोंड समाज की मूल रीति है। 
मंच संचालक कर रहे महेश शाह वट्टी ने  गोंड-गोंडी, गोंडवाना, एक समाज, एक रिवाज, एक आवाज के तहत गोंड समाज महासभा का मूल उद्देश्य पर प्रकाश डाला और गोंड समाज के इतिहास से लेकर वर्तमान तक की दिशा और दशा पर अपनी बात कही।



         मंचासीन मुख्यअतिथि-फग्गन सिंह कुलस्ते, मनमोहन शाह वटटी पूर्व विधायक अमरवाडा, तिरू गुलजार सिंह मरकाम राष्ट्रीय संयोजक गोंडवाना समग्र क्रांति आन्दोलन, अध्यक्षता बी एस परतेती प्रदेशाध्यक्ष,कमल मर्सकोले पूर्व विधायक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष, एस आर गोंड प्रदेश सचिव, केहर सिंह इनवाती प्रदेश कोषाध्यक्ष, कौशल सिंह पोर्ते प्रदेश सह सचिव गोंड समाज।


          गोंडवाना गौरव सम्मान


गोंड समाज से तकरीबन 19 लोग गोंड़वाना गौरव सम्मान से सम्मानित हुए। आपको बता दें कि गोंड समाज महासभा द्वारा गोडवाना गौरव सम्मान से समाज के व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जो व्यक्ति उत्कृष्ट कार्य करते हैं और समाज की रीति-रिवाजों को बनाए रखने लोगों को प्रेरणा देते हैं जागृत करते हैं समाज की शैक्षिक दिशा, उत्तम स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, आर्थिक विकास, नशा मुक्त समाज,रोजागर, इतिहास, साहित्य, खेल, कृषि, व्यवसाय,  गोंडी धर्म, संस्कृति, गोंडी भाषा को बढ़ावा देने के लिए अपने गोंडी धर्म को प्रचार-प्रसार कर प्रेरित करने के लिए लोगों को इस गोंडवाना गौरव सम्मान से सम्मानित कर उत्साहवर्धन किया जाता है।


अतिथियों का उद्बोधन


        अतिथियों में मुख्य वक्ता केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने ने कहा देश में डेढ़ करोड़ से भी ज्यादा गोंडी भाषा के लोग निवासरत है गोंडी भाषा को लेकर अनेक संगोष्ठी की गई हैं पर इस भाषा को अभी तक सरकारी मान्यता सरकारों द्वारा नहीं दी गई भारत के संविधान की भाषा अनुसूची में भी जगह नहीं मिली हम गोंडी भाषा को मान्यता देने के लिए भारत सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं जिनमें सर्वाधिक गोंडी भाषा के लोग निवासरत है उन प्रदेशों में राज्य सरकारों से मांग की है कि राज्य सरकार की अनुशंसा के आधार पर गोंडी भाषा को मान्यता दी जाये।
सुशील धुर्वे ने कहा गोंडी संस्कृति बहुत प्राचीन आदिकाल की है जब से इस भूभाग का जन्म हुआ और हमारे पूर्वज बड़े-बड़े बलशाली राजा महाराजा रहे जिन्होंने 1700 वर्षो साल शासन किया शासक रहे आज की वर्तमान स्थिति में हमारा समाज धीरे धीरे पिछड़ता गया और अपनी रीति रिवाजों धर्म संस्कृति को भूलता गया। हमसे हमारे महल किले बावड़ी, छीन लिए गए हमारे इतिहास से खिलवाड़ कर फेर बदल दिया। जिससे आज हमारा गोंड समाज भ्रमित होकर अपने आपको हिन्दू लिखने लगे और  ब्राह्मणों की शरण में माथा टेक रहे। हम हिंदू नहीं है हमारी समझ गोंड हिंदू नहीं है। हमारी धर्म संस्कृति भाषा सब धर्मों से अलग है हमारे जो पूर्वज पुरखा हैं हमारे जो पेनठाना में गोंगो होता है वह सबसे अलग होता है हम प्रकृति के पुजारी हैं हम प्रकृति के उपासक हैं हम प्रकृति वासी है।


गोंड किसी मूर्ति के पुजारी नहीं हैं तो हम कैसे हिंदू हो सकते हैं हम गोंडी, गोंड हैं हमारी धर्म संस्कृति हमारी पहचान गोंडी है।


गुलजार सिंह मरकाम ने अपने वक्तव्य मे जय सेवा जय बड़ादेव शुरुआत नारे से लेकर वर्तमान तक क्रांतिकारी आंदोलनों पर चर्चा करते हुए जो हमारे समाज की स्थिति है पहले क्या थी और आज क्या है इन सारी चीजों पर समाज के बीच अपने वक्तव्य रखे।


         पूर्व विधायक मनमोहन शाह वट्टी ने भी समाज को संबोधित करते हुए समाज के राजनीतिक स्तर पर प्रकाश डालते हुए आज हर समाज से अपने समाज की वर्तमान स्थिति को पीछे बताया उन्होंने कहा हर समाज में बड़े बड़े नेता बड़े बड़े मंत्री बन चुके बनाये जाते। लेकिन हमारे समाज के नेता गिने-चुने ही चुने जाते हैं हमारी सबसे ज्यादा संख्या हमारी सबसे ज्यादा वोट फिर भी हमको लगती है चोट, और हमारे ही नेता हमारे समाज लोग मंत्री नहीं बन पाते इस पर सबको विचार करना होगा एकता का संदेश देना होगा। आज हम सबको एकता का परिचय देना है और शिक्षित होकर हमारे समाज के धर्म संस्कृति पर काम करना है आज हम एक होकर काम करेंगे निश्चिती ही हमारा समाज संगठित होकर एक विकासशील पथ पर चलेगा हमारे युवाओं को आगे आना चाहिए और सभी माता-पिता को अपने बच्चों को अपने गोंडी धर्म संस्कृति के संस्कारों से संवारना चाहिए।


           प्रदेश अध्यक्ष बी.एस परतेती ने अपने उद्बोधन में गोंड समाज महासभा मध्य प्रदेश की जो 32 जिलों में संगठित होकर संगठन कार्य कर रहा। जिसमें सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक शैक्षणिक, रोजगार, व्यवसाय, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, जल-जंगल-जमीन पर काम कर रहा है उन सभी विषयों का एक वर्ष की कार्य योजना थी बतलाई और जो भी महासभा के माध्यम से उपलब्धियां साल भर में जिला कमेटी और मध्य प्रदेश कमेटी द्वारा हासिल की गई है शासन द्वारा उस पर सभी का ध्यान केंद्रित कराया गया और साथ ही सभी जिलों से पधारे गोंड समाज महासभा जिला अध्यक्ष को अध्यक्ष का स्वागत बंधन अभिनंदन आभार प्रकट किया।


20 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा



गोंड समाज महासभा मध्य प्रदेश जिला कमेटी दमोह के सानिध्य में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और कलेक्टर महोदय तरुण राठी को महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल महोदय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है।


    ज्ञापन में प्रमुख तीन बिंदी महत्वपूर्ण बिंदु है पहला है जो 2021 की जनगणना होगी उसमें आदिवासियों को अलग से कॉलम दिए जाए जिसमें उनके धर्म और भाषा का कॉलम अलग होना चाहिए जिसमें गौड़ समाज के लोग अपनी भाषा गोंड लिख सकें और अपना धर्म गोंड़ी दर्ज कर सकें इस कॉलम के लिए महामहिम राष्ट्रपति महोदय और रजिस्टर्ड ऑफिसर नई दिल्ली के नाम ज्ञापन सौंपा गया है वहीं प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया है जिसमें प्रमुख मांगे हैं और महामहिम राज्यपाल महोदय मध्य प्रदेश के नाम भी ज्ञापन कलेक्टर महोदय के द्वारा सौंपा गया है। ज्ञापन में प्रमुख्य मांग 2021 की जनगणना में आदिवासियों को धर्म और भाषा का कालम अलग देने का प्रावधान किया जाये। और गोंडी भाषा को आठवी अनुसूची में शामिल कर मान्यता दी जाये, गोंडी धर्म लागू कर धर्म कोड दिया जाये।


युवक-युवती परिचय


 समाज के विवाह योग्य युवक-युवतियों को मंच पर समाज के बीच परिचय करवाया जिसमें हमारे समाज के हजारों युवक युवती विवाह के लिए योग्यता रखते हैं।


       अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट



आमंत्रित और मंच पर आसीन अतिथियों को गोंड समाज महासभा द्वारा बड़ादेव और गोंड समाज के महापुरुष शहीद राजा महाराजाओं का स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया स्मृति चिन्ह भेंट में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी गुलजार सिंह मरकाम पूर्व विधायक कमल मर्सकोले साहित्य रचयिता सुशीला धुर्वे इंदौर और ईमानदारी से बखूबी अपना दमोह जिले में परचम लहराने वाले कर्तव्य निभाने वाले दमोह जिले जबेरा ब्लॉक के मुड़ेरी ग्राम पंचायत के सरपंच प्रकाश सिंह धुर्वे को जो शासन द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया गया है उन्हें भी समाज ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।


       सामाजिक पत्रिका का विमोचन 


गोंड समाज महासभा द्वारा वार्षिक पत्रिका प्रकाशित प्रत्येक वर्ष अनुसार इस वर्ष भी की गई थी जिसका विमोचन मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया इस पत्रिका में गोंड समाज महासभा द्वारा वर्षभर किए गए कार्यों की उपलब्धियां और विवाह योग्य युवक-युवतियों का बायोडाटा सम्मिलित है।


       सांस्कृतिक कार्यक्रम


गोंड समाज महासभा के प्रांतीय प्रांतीय अधिवेशन में वक्ताओं के बीच बीच में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें गोंड समाज महासभा ग्राम कमेटी मझोली द्वारा जो बड़ादेव ठाना मझौली नृत्य समूह ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से गोंडी नृत्य कला का प्रदर्शन कर सभी का मनमोहा। कार्यक्रम में चार चांद लगाए। और मंच संचालक महेश शाह बट्टी जबलपुर वालों ने नृत्य कला बाल बालिकाओं का मंच से उत्साहवर्धन किया।



          कार्यक्रम में उपस्थित गोंड समाज महासभा के 32 जिलों में जिलों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष ब्लॉक अध्यक्ष के साथ लोग उपस्थित हुए जिसमें दमोह जिला के सातों  ब्लॉक के गोंड समाज महासभा जिला कमेटी के पदाधिकारी और गोंड समाज के लोग जनप्रतीनिधि बुद्धिजीवी मातृ शक्ति, युवा शक्ति कि 20 हजार से भी ज्यादा संख्या रही।


  कार्यक्रम का समापन अवसर


एक दिवसीय गोंड समाज महासभा मप्र का तृतीय प्रांतीय अधिवेशन एवं युवक युवती परिचय सम्मेलन दमोह जिला कमेटी की मेजबानी में संपन्न हुआ इस अवसर पर प्रदेश भर से पधारे गोंड समाज के लोग जनप्रतिनिधि सभी लोगों का आभार प्रदेश सह-सचिव तिरुमाल कौंशल सिंह पोर्ते ने व्यक्त किया।


जिले के सभी पत्रकारों व पुलिस विभाग जो व्यवस्थाओं में अपनी भूमिका निभाते रहे और सहयोग किया। गोंड समाज उनका भी ह्रदय से आभार व्यक्त करती है ।
       कार्यक्रम की समस्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी कुँवर सुनील शाह ऐड़ाली ने दी।