कलयुग में बहुत पूतनाएं हैं, जो बच्चों को अपने जन्म से पहले गर्भ में ही मार देती हैं- पं. चौबे

भागवत कथा में गोवर्धन पूजा कर कृष्ण जी को लगाया छप्पन भोग

 

देवास। राजाराम नगर स्थित श्री सिद्धी विनायक गणेश मंदिर के 25वें स्थापना दिवस उपलक्ष्य में चल रही श्रीमद भागवत पुराण में पांचवे दिन गावेर्धन पूजा का सचित्र प्रसंग के साथ कृष्ण जी को छप्पन भोग लगाया गया। मंदिर समिति सदस्य बाबूलाल पवार ने बताया कि कथा में गुरूवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन पाण्डाल में कथा श्रवण करने पहुंचे। भक्तो ने भजनो पर जमकर नृत्य किया एवं गोवर्धन पर्वत की पूजा कर परिक्रमा लगाई। व्यासपीठ से पं. अशोक चौबे ने श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए पूतना वध एवं उद्धार का प्रसंग विस्तार से सुनाया। उन्होंने कहा कि जीव भगवान को चाहे जिस रूप में याद करे, उसकी मुक्ति ही होती हैं। इस कलयुग में भी बहुत पूतनाएं हैं, जो बच्चे को गर्भ में ही मार देती हैं। कथा प्रसंग में भगवान की बाल लीला माखन चोरी, ऊखल बंधन, यमलार्जुन उद्धार, वृन्दावन प्रस्थान, कालिया नाग का मानमर्दन, चीर हरण आदि प्रसंग विस्तार पूर्वक सुनाए। जब तक बच्चे संस्कारित नहीं होंंगे, तब तक धर्म की रक्षा व माता पिता का आदर नहीं होगा। हमें धर्म की रक्षा के लिए हमारे वेद पुराणों का शास्त्रों का ज्ञान होना भी आवश्यक है। हमारे बच्चों को स्कूल में पढ़ाएं व उन्हें संस्कारवादी बनाएं। इसलिए माता पिता का कर्तव्य है कि धर्म के प्रति बच्चों को जागरूक करें। मनुष्य के जीवन में कई विपदाएं आती और जाती हैं। व्यासपीठ की आरती पं. सत्येन्द्र शर्मा, ओमप्रकाश महेश्वरी, अशोक कुमार चौधरी, विलास करोड़े, करणसिंह दरबार, जयनारायण उपाध्याय, बीएस खत्री, सिद्धेश्वर शर्मा, मुकेश जैन, रामप्रसाद भाटिया, शिवाजीराव जाधव, दीपक तिवारी, उमेश दुबे, सत्यनारायण उपाध्याय, अशोक झाला, मिलिंद जाधव, सुनील जैन, अतुल शर्मा, रोहित चौधरी ने की। कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी।