देवास। एआईयूटीयूसी के जिलाध्यक्ष हिमांशु श्रीवास्तव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार तथा भाजपा शासित विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा एनआरसी और सीएए केे खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर अत्याचार और दमन की घटनाओं का विरोध करते हुए कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार द्वारा जब से एन आर सी-सीएए के नापाक मंसूबे लाये है तभी से देश की करीब करीब सभी राज्यों की जनता इसका जमकर विरोध कर रही है। भाजपा की राज्य सरकारें लोगों पर क्रूर दमन और बर्बर अत्याचार चला रही है, जिसके नतीजे सिर्फ उत्तर प्रदेेश में ही 19 प्रदर्शनकारियों और अन्य निर्दोष लोगों की हत्या हुई है। सबसे बदतर हालात तब देखे गए जब शुरू में उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया था कि पुलिस की ओर से कोई फायरिंग नहीं हुई । प्रदर्शनकारी जनता ने ही गोलीबारी की है लेकिन जैसे ही झूठ उजागर हुआ पुलिस ने बात बदलते हुए उनके द्वारा आत्मरक्षा में की गई फायरिंग में केवल एक ही व्यक्ति की मौत हुई यह स्वीकार किया। सर्वजनिक संपत्ति के कथित नुकसान केे लिए प्रदर्शनकारियों पर लाखों रूपये का दंडात्मक जुर्माना लगाया गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि उत्तर प्रदेश सरकार आंदोलनकारियों को इस तरह दंडित करेगी कि वह एक मिसाल बनेगा जिसे देेखकर भारत के किसी भी प्रांत में कोई विरोध प्रदर्शन करने की हिम्मत नहीं करेगाा। एक मदरसा शिक्षक सिर्फ इसलिए निर्वस्त्र कर पीटा गया और जेल के अंदर अपमानित किया गया क्योंकि उसके स्कूल के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। इस प्रकार संघर्षरत लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में आतंक का दौर चल रहा हैै। हम उत्तर प्रदेश सरकार के इस दमनात्मक रवैय की निदा करते है। इतिहास ने बार बार साबित किया है कि अन्याय और अत्याचार के खिलाफ संघर्षरत लोगों की आवाज को कोई भी शासक अपने दमन और उत्पीडन से दबाने में सफल नहीं हुआ।