KHANDWA : जिले के पंधाना विकासखण्ड के ग्राम देहरिया निवासी अनिल की बेटी लक्ष्मी 2 वर्ष की हो गई, लेकिन उसका वजन बहुत कम था वह कुछ नहीं खाती थी और कुपोषित व कमजोर होने के कारण अक्सर बीमार रहती थी। बेटी लक्ष्मी की बीमारी से अनिल और उसकी पत्नी बहुत परेशान रहते थे। एक दिन अनिल अपनी बेटी के उपचार के लिए अपने गांव की आशा कार्यकर्ता से मिले और अपनी बेटी की परेशानी बताई। कार्यकर्ता ने बच्ची का वज़न लेकर उनके मात-पिता को समझाईश देकर जिला चिकित्सालय खंडवा भिजवाया चिकित्सालय में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भूषण बांडे को दिखाया गया।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ भूषण बांडे ने लक्ष्मी को खण्डवा के पोषण पुर्नवास केन्द्र में भर्ती कर उनका उपचार शुरू किया। भर्ती के समय बच्ची निकिता का वजन 6.3 किलोग्राम था। पोषण प्रशिक्षक शबनम और स्टॉफ द्वारा नियमित रूप से पोषण आहार और उनकी माता को समझाईश देकर नियमित उपचार किया गया, जिसके फलस्वरूप 14 दिनों में बच्ची का वज़न लगभग 1 किलोग्राम से अधिक बढ़ गया है। पोषण पुनर्वास केन्द्र से छुट्टी होने के बाद स्वस्थ होकर लक्ष्मी अपने माता पिता के साथ खुशी-खुशी अपने घर आ गई। उन्होंने लक्ष्मी का चार बार नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया, जिससे अब बच्ची का वज़न नियमित रूप से बढ़ रहा है अब लक्ष्मी लगभग 9 किलो की हो गई है और वह अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है। लक्ष्मी के पिता अनिल अपनी बेटी के स्वस्थ्य होने पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को बार बार धन्यवाद देते है।