बालाघाट | विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार करने वाले छात्र-छात्राओं एवं युवाओं को परीक्षा की तैयारी करने एवं पुस्तकों का अध्ययन करने के लिए शीघ्र ही बालाघाट नगर में एक अध्ययन केन्द्र की सुविधा मिलने जा रही है। कलेक्टर श्री दीपक आर्य एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रजनी सिंह की पहल पर बालाघाट में जिला स्तरीय अध्ययन केन्द्र प्रारंभ किया जा रहा है। इस केन्द्र में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित सभी प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध कराई जायेंगी।
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक ही स्थान पर सभी तरह की पुस्तके एवं अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने जिला प्रशासन द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है। गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्रायें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जरूरी पुस्तकें खरीद नहीं पाते है। जिला स्तरीय अध्ययन केन्द्र गरीब छात्र-छात्राओं के लिए एक तरह से मददगार बनेगा। कई बार स्वयं के घर में पढ़ाई के उपयुक्त स्थान नहीं होने के कारण छात्र-छात्रायें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अपेक्षित तैयारी नहीं कर पाते है। ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए भी यह केन्द्र मददगार बनेगा।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जिला स्तरीय अध्ययन केन्द्र महात्मा गांधी नगर पालिका स्कूल बालाघाट के परिसर में तैयार किया जा रहा है। कलेक्टर श्री आर्य एवं जिला पंचायत की सीईओ ने आज 09 अक्टूबर को इस केन्द्र की तैयारियों का निरीक्षण किया और 10 दिनों के भीतर सभी कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर के लटारे, सहायक संचालक श्री विनय रहांगडाले एवं नगर पालिका के उपयंत्री श्री रहांगडाले भी मौजूद थे।
जिला स्तरीय अध्ययन केन्द्र में जिले के किसी भी शैक्षिक संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं अध्ययन कर सकेगें। प्रारंभ में इसकी क्षमता 200 छात्र-छात्राओं की रखी गई है। इसमें पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर प्रवेश दिया जावेगा। प्रवेश प्रक्रिया के लिए छात्र-छात्राओं को अपना किसी भी प्रकार का शैक्षिक संस्था में अध्ययरत रहने संबधी प्रमाण पत्र एवं एक परिचय पत्र लाना अनिवार्य होगा। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे छात्र-छात्राओं को अध्ययन केन्द्र में प्रवेश के लिए पूर्व की प्रतियोगी परीक्षा संबधी कोई भी प्रमाण पत्र के साथ अपना परिचय पत्र उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा। इस केन्द्र में प्रवेशित छात्र-छात्राओं को प्रतिमाह 50 रुपये का न्यूनतम शुल्क देना होगा।
इस अध्ययन केन्द्र में रखी जाने वाली अपेक्षित पुस्तकों के संबंध में छात्र-छात्राओं से भी सुझाव आमंत्रित किये गये है। यदि कोई छात्र-छात्रा अध्ययन केन्द्र में प्रतियोगी परीक्षाओं एवं अन्य ज्ञानवर्धक कोई पुस्तक रखने हेतु अपनी सलाह देना चाहते हैं तो वे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बालाघाट में पत्र के माध्यम से दे सकते है। जिला स्तर पर यह अध्ययन केन्द्र आगामी 01 नवम्बर 2019 को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रारंभ करने का प्रयास किया जा रहा है। इस केन्द्र में प्रवेश के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय बालाघाट, स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से 25 अक्टूबर 2019 तक सम्पर्क किया जा सकता है।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रजनी सिंह ने महात्मा गांधी नगर पालिका स्कूल का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि स्कूल का भवन 1833 में बना है। भवन की दीवारें ठीक हैं, लेकिन मेंटेंनेंस कार्य न होने के कारण भवन की छत एवं फर्नीचर खराब हो गया है। कलेक्टर श्री आर्य ने नगर पालिका के उपयंत्री श्री रहांगडाले को निर्देशित किया कि वे इस स्कूल की छत एवं दीवारों के साथ ही खिड़कियें व दरवाजों का सुधार का कार्य शीघ्र करवायें। शाला परिसर में बने गार्डन को भी व्यवस्थित व आकर्षक बनाने के निर्देश दिये गये। कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को शाला परिसर में स्वच्छता के साथ ही एक अच्छा भवन मिलना चाहिए।