सिवनी के ग्राम टुरिया में शहीद मेले का आयोजन
रीवा। आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा है कि प्रदेश में आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिये राज्य सरकार द्वारा आदिवासी आस्था केन्द्रों और शहीद स्मारकों को संरक्षित एवं संग्रहीत करने के लिये कदम उठाए गए हैं, ताकि इन स्थानों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके। मंत्री श्री मरकाम आज सिवनी जिले के कुरई विकासखण्ड के ग्राम टुरिया में शहीद मेले को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे भी मौजूद थे।
आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री मरकाम ने 9 अक्टूबर, 1930 को जंगल सत्याग्रह में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों का स्मरण करते हुए कहा कि ये शहीद आज हमारे बीच नहीं हैं, किन्तु देश-सेवा का उनका लक्ष्य हमारे बीच हमेशा रहेगा। शहीदों की शहादत आने वाली पीढ़ी को हमेशा प्रोत्साहित करती रहेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री मदद योजना के साथ ही अन्य योजनाएँ लागू कर आदिवासी समाज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है।
जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि आदिवासी समाज का प्रदेश के विकास में अतुलनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का सर्वांगीण विकास राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। कार्यक्रम को विधायक श्री अर्जुन काकोड़िया ने भी संबोधित किया। इस मौके पर जनसमस्याओं का भी निराकरण किया गया। शहीद मेले के मौके पर मंत्रीगण ने प्रोजेक्ट सर्वोदय कार्ड का विमोचन किया।