जनवरी से यूनिक आईडी कार्ड होगा अनिवार्य
इन्दौर | भारत सरकार सामाजिक न्याय एवं एवं नि:शक्तजन सशक्तिकरण विभाग नई दिल्ली द्वारा देश के समस्त दिव्यांगजनों को यूनिक कार्ड उपलब्ध कराने के लिये स्वावलंबन पोर्टल के माध्यम से यूनिक डिसेबिलिटी आय.डी कार्ड जनरेट करने के लिये व्यवस्था की गई। संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय सुचिता तिर्की बेक ने बताया कि यूनिक आईडी कार्ड किसी भी सरकारी लाभ में सहायक होगा। यूनिक कार्ड भविष्य में विभिन्न लाभों को प्राप्त करने हेतु नि:शक्तजन की पहचान व सत्यापन हेतु एकल दस्तावेज होगा। इस यूनिक आईडी कार्ड बन जाने के पश्चात दिव्यांगजन को पृथक-पृथक दस्तावेज रखने की आवश्यकता नहीं होगी।
जिले के सभी दिव्यांग बंधुओं से अपील की गई है कि वह अपना यूनिक आईडी कार्ड जनरेट कराने के लिये आगे आये। भारत सरकार द्वारा आगामी जनवरी 2020 से जिस प्रकार आधार कार्ड के बिना कोई भी योजना का लाभ प्राप्त नहीं होता है उसी प्रकार दिव्यांगजनों को यूनिक आईडी कार्ड की अनिवार्यता सुनिश्चित की गई है।
यूनिक आईडी कार्ड के लिये दिव्यांग चाहे वह प्रायवेट कम्पनी में कार्य करता हो, शासकीय नौकरी में हो, स्कूल कॉलेज में अध्ययनरत हो, अशासकीय दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं हो, सभी का यूनिक कार्ड होना अनिवार्य है। हुकुमचन्द पॉली क्लीनिक लाल अस्पताल के बेसमेंट में निर्धारित स्थान पर कार्ड तैयार किये जा रहे है। यहां आकार दिव्यांगजन यूनिक आईडी कार्ड जनरेट करवा सकते है। यूनिक आईडी कार्ड हेतु दिव्यांगजन अपने साथ एक फोटो, आधार पंजीय, समग्र आईडी, नि:शक्तता प्रमाण-पत्र की छायाप्रति साथ लेकर शासकीय अवकाश छोडकर कार्यालयीन समय पर मिलें। सभी दिव्यांग जनों से अपील की गई है कि वह अपना यूनिक आईडी कार्ड तैयार करवायें क्योकि आगामी वर्ष से कार्ड की सभी योजनाओं में अनिवार्यत: सुनिश्चित की जायेगी।