आदिवासी छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़, कहीं जर्जर भवन/सिलाई एवं स्कूल भवन में संचालित छात्रवास। जयस संघठन ने जांच हेतु जनजातीय मंत्री श्री ओंकार सिंह मरकाम को सौंपा ज्ञापन
सौतेला व्यवहार नहीं करते हुए, बिडवाल में बालक छात्रवास भवन स्वीकृत किया जाये एवं छायन में बालिका छात्रावास में हुई लापरवाही की जांच कर उचित कार्यवाही की जाये
बदनावर (म.प्र.)। धार जिले के ग्राम पंचायत बिडवाल में विगत 40 वर्षों से आदिवासी छात्रावास संचालित किया जा रहा है, लेकिन आज तक छात्रों को शासकीय छात्रवास उपलब्ध नहीं हो पाया है, शासन द्वारा दो अलग-अलग निजी भवनों में छात्रवास संचालित हो रहा है। कुल 50 छात्र निवासरत है। जिसमें 30 छात्र सिलाई केन्द्र भवन में रहते हैं और 20 छात्र स्कूल भवन में रहने को मजबूर। इन भवनों में पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से छात्रों अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान नहीं जाना, कहीं ना कहीं छात्रों के साथ संबंधित विभाग सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
( 20 अक्टूबर 2019, जयस फेसबुक महापंचायत इंदौर छात्र-छात्राओं की छात्रवास संबंधित समस्याओं की जांच हेतु ज्ञापन सौंपते हुए, बदनावर प्रतिनिधि मुकेश मंडलोई )
साथ ही ग्राम पंचायत छायन के मजरा इमलिपुरा सन् 2009, को 27 लाख रूपये का आदिवासी बबालिका छात्रावास भवन स्वीकृत हुआ था। जो सन् 2010 बनाकर छात्राओं को रहने को दिया जाना था, लेकिन दुर्भाग्य भवन पूर्ण होने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
27 लाख रूपये के छात्रावास भवन मेंसे 22 लाख, 72 हजार रुपये निकल चुके, लेकिन आज तक भवन कुर्सी हाइट पर ही अटका हुआ है। इस भ्रष्टाचारी के कारण 50 छात्राओं को एक जर्जर हालत के भवन में रहना पड़ रहा है। जहां कभी भी हादसा हो सकता है।
छात्रवास आदिमजाति कल्याण विभाग परियोजना माडा बदनावर अंतर्गत आता है। इस प्रकार छात्र-छात्राओं को मिलने वाली योजनाओं में लापरवाही से संदेह जाता है, कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से लेकर संबंधित विभागीय अधिकारियों तक भ्रष्टाचारी में सामिल हो सकते हैं।
उपरोक्त दोनों ही छात्रवास भवनों के संबंध में जयस संघठन बदनावर की ओर से अवगत कराया गया, लेकिन लापरवाह विभाग द्वारा आज तक समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया गया।