देवास। पूर्व जनपद सदस्य हंसराज मंडलोई ने बताया कि सांवेर तहसील के ग्राम पुवालडा अप्पा से देवास जिले के ग्राम बारोड पिपलिया की दूरी सिर्फ 2 किलोमीटर के आसपास है लेकिन कच्ची सड़क होने के कारण लोगों को 40 किमी का सफर करना पड़ता है। यह सड़क दो जिलों के बीच है जिस कारण नेता एक दूसरे पर काम न करे का आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाते हैं। पुवालडा सपा से शिप्रा नदी तक सड़क बनी हुई है जो की पूरी तरह जीर्णशीर्ण हो चुकी है इसी प्रकार देवास के ग्राम बारोड पिपलिया तक पक्की सड़क बनी हुई है एवं पिपलिया गांव से नदी के किनारे तक मिटटी मुरम की कच्ची सड़क बनी हुई है।
इसी प्रकार शिप्रा नदी में पुवालडा हपा गांव मैं शिप्रा नदी के ऊपर 18 साल पहले सांवेर विधानसभा क्षेत्र के तत्कालीन कांग्रेसी विधायक प्रेमचंद्र गुड्डू ने सिंहस्थ योजना के अंतर्गत पुल का निर्माण करवा दिया था परंतु दो 2 किलोमीटर का रोड 2 जिलों की सीमा में होने के कारण इंदौर जिले के बरलाई जागीर या पुवालडा निवासियों को बैरागढ़ या हिरली या अतरौलिया जाना हो तो 40 किलोमीटर का चक्कर लगाते हुए इन गांव में जाना पड़ता है। इस गंभीर समस्या की तरफ ना तो कांग्रेस के जनप्रतिनिधि व नाही भारतीय जनता पार्टी के नेता ध्यान दे रहे हैं जबकि वर्तमान में दोनों पार्टियों के नेता केंद्र व प्रदेश सरकार में मंत्री व सांसद एवं विधायक बनकर बैठे हैं । देवास जिले से थावरचंद गहलोत सांसद रहकर वर्तमान में कैबिनेट मंत्री हैं तो इंदौर जिले की पूर्व सांसद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। देवास लोकसभा क्षेत्र से महेंद्र सोलंकी सांसद हैं इसी प्रकार इंदौर जिले से सांसद शंकर लालवानी है एवं कांग्रेस से सांवेर विधानसभा क्षेत्र के विधायक तुलसीराम सिलावट कैबिनेट मंत्री हैं एवं हाटपिपलिया विधान सभा क्षेत्र से मनोज चौधरी विधायक हैं। इंदौर एवं देवास जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले सज्जन सिंह वर्मा इसी विभाग के लोक निर्माण मंत्री हैं। हंसराज मंडलोई ने आगे बताया कि शिप्रा से पुवालडा दाई मच्छु खेड़ी महाराजगंज खेड़ा जामोदी से सावेर को जोडऩे वाली मार्ग की हालत भी अत्यंत क्षीण हो गई है इस मार्ग पर भी बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण ग्रामीणों को एवं स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को हतुनिया होते हुए शिप्रा या सांवेर स्कूल में पढऩे जाना पड़ता है। श्री मण्डलोई ने प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या का तत्काल निराकरण किया जाए।